हरियाणा पुलिस फिक्की स्मार्ट पुलिसिंग अवार्ड से सम्मानित
BREAKING
महाकुंभ में सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं, इंटेलिजेंस बढाएं, माफिया के गुर्गों पर भी कार्रवाई करें तेज : मुख्यमंत्री योगी दिल्ली के मुख्य गणतंत्र दिवस समारोह की खास बात: कर्तव्य पथ पर दस साल बाद होगी चंडीगढ़ की झांकी कांग्रेस की ओर से बनाई फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के प्रभारी करण दलाल का खुलासा: ईवीएम ने भाजपा को चुनाव जिताया, प्रायोजित था हरियाणा विधानसभा चुनाव बीते साल में लगातार घटा लाइसेंस सस्पेंड होने का मामला: बिना हेलमेट व नशे में गाड़ी चलाने से अधिकांश ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड 24 दिसंबर 2024 का राशिफल; मेष से लेकर मीन तक सभी 12 राशियों का हाल, कैसा रहने वाला है आज आपका दिन, जान लीजिए

हरियाणा पुलिस फिक्की स्मार्ट पुलिसिंग अवार्ड से सम्मानित

हरियाणा पुलिस फिक्की स्मार्ट पुलिसिंग अवार्ड से सम्मानित

हरियाणा पुलिस फिक्की स्मार्ट पुलिसिंग अवार्ड से सम्मानित

चंडीगढ़, 2 सितंबर - हरियाणा पुलिस ने एक बार फिर प्रदेश का मान राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ाया है। राज्य पुलिस को शुक्रवार को नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा स्मार्ट पुलिसिंग अवार्ड से सम्मानित किया गया।
             हरियाणा पुलिस का यह सम्मान ‘सड़क सुरक्षा और यातायात प्रबंधन‘ की श्रेणी में शुरू की गई आईटी आधारित पहल ‘केंद्रीकृत वाहन टोइंग प्रबंधन प्रणाली‘ के लिए दिया गया है। 
             हरियाणा पुलिस की ओर से सोनीपत के पुलिस अधीक्षक श्री हिमांशु गर्ग ने नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में यह पुरस्कार ग्रहण किया। गुरुग्राम में डीसीपी ट्रैफिक के पद पर रहते हुए उन्होंने इस मजबूत व्यवस्था की शुरुआत की थी। 

हरियाणा पुलिस फिक्की स्मार्ट पुलिसिंग अवार्ड से सम्मानित
              पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) हरियाणा श्री प्रशांत कुमार अग्रवाल ने इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए श्री हिमांशु गर्ग की सराहना करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्तर मिली एक बार फिर से मिली यह पहचान समस्त पुलिस बल के लिए गर्व का क्षण है। 
               श्री हिमांशु गर्ग ने बताया कि इस प्रणाली को एक मजबूत और पारदर्शी टोइंग प्रणाली प्रदान करने के लिए स्थापित किया गया था जो यातायात पुलिस और अन्य हितधारकों के स्वविवेक को कम करता है और साक्ष्य-आधारित टोइंग की सुविधा प्रदान करता है जिसकी निगरानी एक केंद्रीकृत स्थान से की जा सकती है। इसके अतिरिक्त, अधिकारी कार्यालयों में बैठकर जांच कर सकते हैं कि निर्धारित सड़कों पर टोइंग संचालन किया जा रहा है या नहीं। इस प्रणाली से क्रेन-वाइज़ प्रदर्शन पर भी नजर रखी जा सकती है।